ना कहने की पावर: बेहतर मेन्टल हेल्थ के लिए सीमाएं तय करना | No Kehne Ki Power: Behtar Mental Health Ke Liye Boundaries Set Karna
अगर हमें अपने जीवन में सफल होना है तो हमें न बोलना आना चाहिए , अगर हम कर काम करने के लिए हा बोलते रहे तो हम कोई भी काम सही से नहीं कर पाएंगे और हमारा दिमाग इतने काम के भोज को झेल नहीं पायेगा।
हमारा दिमाग एक समय में एक काम को करने के लिए बना है, अगर हमें अपने दिमाग का सही से इस्तेमाल करना चाहते है तो एक समय में एक ही काम करना चाहिए। आज के सोशल मीडिया के दौर में हम बहुत सरे इनफार्मेशन को एक साथ अपने दिमाग में डालने की कोसिस करते है जिससे हमारा दिमाग किसी भी एक इनफार्मेशन को सही से प्रोसेस नहीं कर पता है और हमें स्ट्रेस का सामना करना पड़ता है , जो की हमारे दिमाग के लिए बहुत हानिकारक है।